कुछ भी भीख में नहीं चाहता ,
इसलिए चाहता हूँ , लौटाऊँ कुछ ,खुदा को भी वापस !
पर उसकी दी नेमतें गिने कौन ,
इसलिए हर सांस में , सिज़दा किये जाता हूँ !!
.........................................................................
पी की यादों में बड़बड़ाते ,
कुछ बक भी आया हूँ ,
तो मुझको माफ़ करना ,
पीने की आदत के चलते ,
पी को कुछ कह भी आया हूँ ,
तो मुझको माफ़ करना ,
पर पी और पीने की आदत ,
ड्रिंक और ड्राईव , की तरह ,
कब मिक्स हो जाए न मालूम ,
इसलिए जब पी हो तो कभी ,
जी चाहे तो भी ,पी को ,
मत तुम पास रखना !!
इसलिए चाहता हूँ , लौटाऊँ कुछ ,खुदा को भी वापस !
पर उसकी दी नेमतें गिने कौन ,
इसलिए हर सांस में , सिज़दा किये जाता हूँ !!
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पी की यादों में बड़बड़ाते ,
कुछ बक भी आया हूँ ,
तो मुझको माफ़ करना ,
पीने की आदत के चलते ,
पी को कुछ कह भी आया हूँ ,
तो मुझको माफ़ करना ,
पर पी और पीने की आदत ,
ड्रिंक और ड्राईव , की तरह ,
कब मिक्स हो जाए न मालूम ,
इसलिए जब पी हो तो कभी ,
जी चाहे तो भी ,पी को ,
मत तुम पास रखना !!
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