तेरा क़ुसूर क्या है , मुझको खबर नहीं ,
पर सौदेबाजी पे उतर आये हैं , शरीफ पत्रकार !!
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तेरी दुनिया में हर चीज़ करिश्मा है और हर चीज़ है फानी ,
फिर मौत को इन सब में शामिल , मैं क्यों नहीं करता !!
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वो अंधेरों के कहने से , उजालों को भी रंग कर आ गये काला ,
अब उनके चेहरे पर भी , दिन की धूप छाँव रहती है !!
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कोरी भावुकता में हम बह जाते हैं अक्सर ,
पल्ले जो भी होता है , वाह वाही में लुटाते हैं !!
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हर शै , हर शै को परखती है , भोजन , व्यवहार और व्यापार से पहले ,
पर कुत्ता बदनाम है बेचारा , जो ये सब सर - ए -आम करता है !
चाहते तो हैं हम परिवर्तन हर घड़ी हर पल ,पर पहल करे कौन ? नज़ारा देखते हैं !
अरे जो करना है ज़माने में ,छाती ठोक और करले ,
ये ज़िन्दगी भी तेरी है और हक भी है तुझको !
ज़माना अब तमाशाई है जो , बाद में पीछे आएगा ,
दो चार गाली के बाद फिर ,गुणगान गायेगा !!
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चाँदी के चम्मच से , आसमान के तारे , उनके मुंह में भर दिए ,
पर मिट्टी खाने की बचपन की आदत गयी नहीं उनकी !
यूं तो अपनी पगार ख़ुद ही बढ़ाने की ताकत है उनके पास ,
पर देश की सभाओं में प्रश्न की कीमत ,अलग से मांगते हैं वो !!
अब उनके चेहरे पर भी , दिन की धूप छाँव रहती है !!
पल्ले जो भी होता है , वाह वाही में लुटाते हैं !!
पर कुत्ता बदनाम है बेचारा , जो ये सब सर - ए -आम करता है !
चाहते तो हैं हम परिवर्तन हर घड़ी हर पल ,पर पहल करे कौन ? नज़ारा देखते हैं !
अरे जो करना है ज़माने में ,छाती ठोक और करले ,
ये ज़िन्दगी भी तेरी है और हक भी है तुझको !
ज़माना अब तमाशाई है जो , बाद में पीछे आएगा ,
दो चार गाली के बाद फिर ,गुणगान गायेगा !!
पर मिट्टी खाने की बचपन की आदत गयी नहीं उनकी !
यूं तो अपनी पगार ख़ुद ही बढ़ाने की ताकत है उनके पास ,
पर देश की सभाओं में प्रश्न की कीमत ,अलग से मांगते हैं वो !!
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