मेरी सांसों का बंधन बन जाओ तुम , मौत दोनों के मरने तक रुक जायेगी ,
फिर कल जो मरें चाहे मर जाएँ अब , तसल्ली तो होगी साथ रहेंगे और हैं !
तेरी चाहत सदा से है दिल में मेरे , मेरी साँसों में माला है तेरे नाम की ,
ज़न्नत मेरी है सिर्फ तेरी बाहों में , और बाहों का घेरा बस समाता मुझे !
चाँद सूरज और तारों को छू न सका पर , हम तुम तो अपनी किरणों से बंधे ,
तेरा बसना मेरे संग , ग्रसना सही , पर राहू केतू सा राहों में डराता नहीं !!
मेरी सांसों का बंधन बन जाओ तुम , मौत दोनों के मरने तक रुक जायेगी ,
फिर कल जो मरें चाहे मर जाएँ अब , तसल्ली तो होगी साथ रहेंगे और हैं !!
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