रेत उड़ा रही हैं हवाएं , आँधियों का सजना बाकी है ,
पेड़ों ने तो , मरुथल से , पहले से वाकाउट किया हुआ है ,
पानियों का निशाँ कहीं है ही नहीं , बारात सजी अच्छी है ,
ऊंट सेहरा सजाये , तैयार खड़ा मैदान में , बवंडर तैयार है ,
कालबेलिओं ने गिद्धों को न्योता दिया हुआ है , आजा !
आजा भई मेरे शेर पुत्तर , चलो वोट मांग आयें ,
फिर एक बार जनता की आँखों में धूल झोंक आयें ,
जनता क्या कर सकती है , हमारे पास हर बहाना तैयार है ,
मास्टर प्लान बन गया हैं , मार्केटिंग हमें आती है ,
डर कहे का ? जो विरोध में खड़ा होगा , उसी को फंसा देंगे ,
आज भारत में दस ईमानदार भी शोकेश में नहीं बचे ,
जो आगे आएगा उसी की फ़ाइल खुलवा देंगे ,
बाकियों की कोई चिंता नहीं , उन्हें भी थोड़ा खा लेना दो ,
ज्यादा खायेगा तो अपना हिस्सा भी पहुँच जाएगा ,
हम सब चोर चोर मौसेरे भाई हैं , जनता के पास विकल्प
तो कोई नहीं , यूँ ही चिल्लाती है , जो जीतेगा उसी से गठबंधन !
क्यों ठीक है न ? अबे चल , दुल्हन जीत इंतज़ार में है , थक जायेगी !!
पेड़ों ने तो , मरुथल से , पहले से वाकाउट किया हुआ है ,
पानियों का निशाँ कहीं है ही नहीं , बारात सजी अच्छी है ,
ऊंट सेहरा सजाये , तैयार खड़ा मैदान में , बवंडर तैयार है ,
कालबेलिओं ने गिद्धों को न्योता दिया हुआ है , आजा !
आजा भई मेरे शेर पुत्तर , चलो वोट मांग आयें ,
फिर एक बार जनता की आँखों में धूल झोंक आयें ,
जनता क्या कर सकती है , हमारे पास हर बहाना तैयार है ,
मास्टर प्लान बन गया हैं , मार्केटिंग हमें आती है ,
डर कहे का ? जो विरोध में खड़ा होगा , उसी को फंसा देंगे ,
आज भारत में दस ईमानदार भी शोकेश में नहीं बचे ,
जो आगे आएगा उसी की फ़ाइल खुलवा देंगे ,
बाकियों की कोई चिंता नहीं , उन्हें भी थोड़ा खा लेना दो ,
ज्यादा खायेगा तो अपना हिस्सा भी पहुँच जाएगा ,
हम सब चोर चोर मौसेरे भाई हैं , जनता के पास विकल्प
तो कोई नहीं , यूँ ही चिल्लाती है , जो जीतेगा उसी से गठबंधन !
क्यों ठीक है न ? अबे चल , दुल्हन जीत इंतज़ार में है , थक जायेगी !!
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