ज़ुल्म कमा आये हैं वो ,
आँखों को लड़ा आये हैं वो !!
.........
कभी ऐसा भी हुआ होता , भूले होते कुछ ,
इन यादों ने तरसाया बहुत , रुलाया बहुत !!
.........
पंखुड़ी पंखुड़ी कर दिया गुलाब , यार ने मेरे ,
शहादत गुल की हुई , कश्मशे हाँ ना में !!
........
आसमाँ अभी और , अभी और , अभी और भी हैं ,
सर पे मेरे जो है , तेरा सहारा भर है !!
.........
यार कुछ तो सज़ा उनको भी मिले ज़मानें में ,
कर आये जो दीदारे यार , दीद खुलने से पहले !!
..........
हाले दिल दीवारों को सुनाया करते हैं रोज़ ,
जाने कौन घड़ी ज़माना भी सुनले साथ !!
..........
तरन्नुम में वो चलते हैं , ठुमक जाता बदन उनका ,
लहरें सी उठाते हैं तालाब में मन के वो !!
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टूटा था मेरा दीवाना दिल ,
और वो समझे रात हुई !!
आँखों को लड़ा आये हैं वो !!
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कभी ऐसा भी हुआ होता , भूले होते कुछ ,
इन यादों ने तरसाया बहुत , रुलाया बहुत !!
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पंखुड़ी पंखुड़ी कर दिया गुलाब , यार ने मेरे ,
शहादत गुल की हुई , कश्मशे हाँ ना में !!
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आसमाँ अभी और , अभी और , अभी और भी हैं ,
सर पे मेरे जो है , तेरा सहारा भर है !!
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यार कुछ तो सज़ा उनको भी मिले ज़मानें में ,
कर आये जो दीदारे यार , दीद खुलने से पहले !!
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हाले दिल दीवारों को सुनाया करते हैं रोज़ ,
जाने कौन घड़ी ज़माना भी सुनले साथ !!
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तरन्नुम में वो चलते हैं , ठुमक जाता बदन उनका ,
लहरें सी उठाते हैं तालाब में मन के वो !!
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टूटा था मेरा दीवाना दिल ,
और वो समझे रात हुई !!
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