दिल चाहता है मेरा , कोई दे न झूठी तसल्लियाँ ,
सच बोलता है कोई तो , विश्वास होता नहीं है !!
.........
रिमोट से खेलते खेलते , खुद रिमोट हो गये हम ,
रोबोट हो गये हम , मोबाइल हो गये हम !!
अब पास से भी आवाज़ ,कोई दे तो , सुन न पाते ,
कानों में हैण्डज़ फ्री है , अपनों से दूर गये हम !!
...........
कौन चला ये नेह की डगर ,
जानता भी है ,खतरे हैं बहुत ?
सफल हो गये तो हारोगे बहुत ,
असफल हो गये तो , अफसाना बन रहोगे !!
..........
कल कौन जानें हम हों ना हों ,
क्यों ना आज ही करलें ,
सब जिंदगी से सवाल ?
आज ही जान लें सब जिंदगी के उत्तर ,
कल कौन जानें हम हो ना हों !
ये उतावला सा होना ,
भविष्य जाननें को ,
और टाल देना सब ,
करने को कल को ,
ये आदत सी हो गयी है ,
आदमीं को क्यों ?
या ये मेरी ही गुटरगूं है ,
नींद आने से पहले , और ,
पेट भरने के बाद !!
सच बोलता है कोई तो , विश्वास होता नहीं है !!
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रिमोट से खेलते खेलते , खुद रिमोट हो गये हम ,
रोबोट हो गये हम , मोबाइल हो गये हम !!
अब पास से भी आवाज़ ,कोई दे तो , सुन न पाते ,
कानों में हैण्डज़ फ्री है , अपनों से दूर गये हम !!
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कौन चला ये नेह की डगर ,
जानता भी है ,खतरे हैं बहुत ?
सफल हो गये तो हारोगे बहुत ,
असफल हो गये तो , अफसाना बन रहोगे !!
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कल कौन जानें हम हों ना हों ,
क्यों ना आज ही करलें ,
सब जिंदगी से सवाल ?
आज ही जान लें सब जिंदगी के उत्तर ,
कल कौन जानें हम हो ना हों !
ये उतावला सा होना ,
भविष्य जाननें को ,
और टाल देना सब ,
करने को कल को ,
ये आदत सी हो गयी है ,
आदमीं को क्यों ?
या ये मेरी ही गुटरगूं है ,
नींद आने से पहले , और ,
पेट भरने के बाद !!
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