सोच में डूबे रहे , रेत पर लिखते रहे ,
पर टिके न , वक्त की स्याही के रंग ,
इस रेत को पत्थर बनाना ,
स्याही को पक्का बनाना , आसाँ नहीं है ,
सदियों की मेहनत , अच्छी किस्मत ,
और मेहरबानी ख़ुदा की , चाहिए संग !!
पर टिके न , वक्त की स्याही के रंग ,
इस रेत को पत्थर बनाना ,
स्याही को पक्का बनाना , आसाँ नहीं है ,
सदियों की मेहनत , अच्छी किस्मत ,
और मेहरबानी ख़ुदा की , चाहिए संग !!
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