आ चलें ,
कुछ कदम ,
कुछ भला , कर जाएँ हम ,
पहचानें कोई , न इसलिए ,
पर है ये धर्म इसलिए !
ये जिंदगी जो चल रही ,
है निरंतर धार ये ,
पर केवल तब तलक ,
जब है न बस , निस्सार ये !!
कुछ कदम ,
कुछ भला , कर जाएँ हम ,
पहचानें कोई , न इसलिए ,
पर है ये धर्म इसलिए !
ये जिंदगी जो चल रही ,
है निरंतर धार ये ,
पर केवल तब तलक ,
जब है न बस , निस्सार ये !!
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