झूठ था सब , बचपना था ,
कोयल जो कूकी थी ,
बौराए नहीं थे आम ,
खेल था इक ,
गुड्डा गुड्डी का ,
मेल था इक ,
घर आये तो ,
सो गये ,
राधा और श्याम !!
कोयल जो कूकी थी ,
बौराए नहीं थे आम ,
खेल था इक ,
गुड्डा गुड्डी का ,
मेल था इक ,
घर आये तो ,
सो गये ,
राधा और श्याम !!
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