मुस्कुराओ , मेरे यार मुस्कुराओ ,
अब बाद मौत के भी ,
चांस , है तेरे जी जाने का ,
किसी और का भी दिल दुखाने का ,
अब जब तक मैं ,
पूरण रूपेण सड़ नहीं जाता ,
रिपेयर कर दिया जाता रहूँगा ,
मेरा दिमाग , जो गलता जाएगा ,
ब्रेन चिप से , बदलता जाएगा ,
मेरा दिल , जो , भरा हुआ है ,
कभी तेरे बदन में , सच में , धड़क जाएगा ,
तुझे रुलाएगा , मुझे हंसायेगा ,
गिन गिन के , तेरे सताने के ढंग ,
तुझी पे आजमाएगा ,
कोशिश ये भी हो सकती है ,
तेरी मर्ज़ी के अंग तुझे मिल जाएँ ,
ऐश्वर्य की आँखें , सुष्मिता का बदन ,
रेखा की नाक , और क्या क्या न ,
गिना दूं मेरे यार ,
फिर ये प्यार , धरा का धरा , रह जाएगा ,
तेरी मर्ज़ी का मालिक ,
तुझे मिल जाएगा ,
मन तो मैं अपने दुश्मन को दूंगा ,
और ऐसे ऐसे कारनामें उससे करवाऊंगा ,
की तगड़े तगड़े पहलवानों से पिटवाऊंगा ,
भला हो वैज्ञानिकों का ,
मर के भी मैं चालीस का ,
काम चलाऊंगा ,
कृपया समय न गवाएं ,
आज ही मेरे अंग बुक करवाएं ,
जिस जिस ने जो जो बदले ,
जिस जिस से लेने हों ,
उसी के हिसाब से मेरे अंग चुन लें ,
जो काम भगवान् पर छोड़ा था , मुझसे लें ,
मुझ पर भी कृपा होगी ,
आप पर भी कृपा होगी !!