और वो मेरा हाल चाल पूछने चले आते हैं ,
क्या हुआ ? क्या बीमारी है ?
ओह ये तो तुम्हारा रंग ही उतर गया ,
दिखाया किसी डाक्टर को ?
हैं ! चेहरे पर भी सोजिश आ गयी है ?
बेचारे रामनाथ को भी ऐसा ही हुआ था ,
दो हफ्ते में ही चल बसा था ,
कहीं कैंसर तो नहीं ? बड़ी खतरनाक बीमारी है ,
किसी जंतर मंतर झाड़ फूंक वाले को भी दिखाया ?
है मेरा एक जानने वाला बुलाऊँ क्या ?
चेहरा पीला पड़ गया है , पीलिया तो नहीं ?
मैं इक दवाई लिखाता हूँ बहुत बढ़िया है ,
बच जाओगे , फायदा नहीं होगा तो नुक्सान भी नहीं होगा ,
और मैं यह सब कान लगाये सुनता हूँ ,
और सोचता हूँ कब जाएगा ये ,
और कब मुझे सांस आयेंगे और कब मेरे प्राण बचेंगे ?
क्या हुआ ? क्या बीमारी है ?
ओह ये तो तुम्हारा रंग ही उतर गया ,
दिखाया किसी डाक्टर को ?
हैं ! चेहरे पर भी सोजिश आ गयी है ?
बेचारे रामनाथ को भी ऐसा ही हुआ था ,
दो हफ्ते में ही चल बसा था ,
कहीं कैंसर तो नहीं ? बड़ी खतरनाक बीमारी है ,
किसी जंतर मंतर झाड़ फूंक वाले को भी दिखाया ?
है मेरा एक जानने वाला बुलाऊँ क्या ?
चेहरा पीला पड़ गया है , पीलिया तो नहीं ?
मैं इक दवाई लिखाता हूँ बहुत बढ़िया है ,
बच जाओगे , फायदा नहीं होगा तो नुक्सान भी नहीं होगा ,
और मैं यह सब कान लगाये सुनता हूँ ,
और सोचता हूँ कब जाएगा ये ,
और कब मुझे सांस आयेंगे और कब मेरे प्राण बचेंगे ?
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