पर शामिल इसमें तुम हो जाओ तो अनंत बढ़ जाए विश्वास !!
संभल भी जाओ के शैतान का मन ,फिर जुगाड़ में है ,
तेरी कलम औ जुबान के तरकश के तीर पिघलने वाले हैं ,
उसके पास है क़ानून का हथियार , तुझे गूँगा करने को ,
और अब उसे सिर्फ अपनी जिंदाबाद के नारे सुनने हैं !!
अक्सर सोचते हो , यही तो है तुम्हारा कसूर ,
बेवक़ूफ़ जितने भी है , सब मेरी पसंद के हैं लोग !!
तुम्हारी नौकरी अब पक्की है , अब समझे तुम क्या ये तरक्की है ,
ये हुई न कुछ बात , अब मेरे घर का लॉकर तुम्हारे लिए हमेशा खुला है ,
जब जी में आये , हिसाब कर जाया करो और लॉकर भर जाया करो !!
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