ए शीतल बयार ले चल मुझे , जहाँ बस रहा हो प्यार , प्यार ,
रच रहा हो प्यार , प्यार , जहाँ सब नज़ारे हों प्यार , प्यार !!
माँ का कोमल स्पर्श , कोमल स्नेह , आँचल भी कोमल कोमल हो ,
शरद में जो कोष्ण हो , और ज्येष्ठ मास में हिमल हो !!
बहना हो इक स्नेह का ज्वार , इक प्रेम प्यार , भाई सदृढ़ चट्टान हो ,
बाप छाये बादल सा सब पर , बरसे तो बस प्यार प्यार !!
प्रेयसी हो बस प्यार में लिपटी , प्रीतम भी बस प्यार प्यार ,
संगिनी , संग , बन जीवन संध्या तक , शामिल कर लें प्यार प्यार !!
भाई , बंधू , तब , मिल के नाचें सब , गायें मृदुल बस प्यार , प्यार ,
ए शीतल बयार ले चल मुझे , जहाँ बस रहा हो प्यार , प्यार !!
रच रहा हो प्यार , प्यार , जहाँ सब नज़ारे हों प्यार , प्यार !!
माँ का कोमल स्पर्श , कोमल स्नेह , आँचल भी कोमल कोमल हो ,
शरद में जो कोष्ण हो , और ज्येष्ठ मास में हिमल हो !!
बहना हो इक स्नेह का ज्वार , इक प्रेम प्यार , भाई सदृढ़ चट्टान हो ,
बाप छाये बादल सा सब पर , बरसे तो बस प्यार प्यार !!
प्रेयसी हो बस प्यार में लिपटी , प्रीतम भी बस प्यार प्यार ,
संगिनी , संग , बन जीवन संध्या तक , शामिल कर लें प्यार प्यार !!
भाई , बंधू , तब , मिल के नाचें सब , गायें मृदुल बस प्यार , प्यार ,
ए शीतल बयार ले चल मुझे , जहाँ बस रहा हो प्यार , प्यार !!
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