मेरी खुल के ये हंसने की जो आदत है , है तेरी बख्शी हुई दौलत के खजाने का सबब !!
जुड़ जाता हर रोज़ , अजाने से , तेरा रक्षक , तीक्षण कांटा बन , सब मेरी कद्रदानियाँ हैं !!
मेरा होना है तेरी कुदरत का कमाल , और तेरा टिकना , घड़ी भर को यहाँ , समझदारियां हैं !
शामिल है ज़माना तेरी खुशियों में बराबर से सदा ,और जुड़ा होना कांटे सा मेरा , परेशानियाँ हैं ?
मेरे खजाने में ,जितने मोती , सब यहाँ ? तेरी आँखों से झरे शबनम हैं !
जितने गिरे दामन में मेरे , सब अदब से उठाये , संजोये , पुरनम हैं !!
तेरी खामोश निगाहों को क्या कहिये , मेरे आंगन की ये रौनक तेरी बख्शीश है सब !
मेरी खुल के ये हंसने की जो आदत है , है तेरी बख्शी हुई दौलत के खजाने का सबब !!
जुड़ जाता हर रोज़ , अजाने से , तेरा रक्षक , तीक्षण कांटा बन , सब मेरी कद्रदानियाँ हैं !!
मेरा होना है तेरी कुदरत का कमाल , और तेरा टिकना , घड़ी भर को यहाँ , समझदारियां हैं !
शामिल है ज़माना तेरी खुशियों में बराबर से सदा ,और जुड़ा होना कांटे सा मेरा , परेशानियाँ हैं ?
मेरे खजाने में ,जितने मोती , सब यहाँ ? तेरी आँखों से झरे शबनम हैं !
जितने गिरे दामन में मेरे , सब अदब से उठाये , संजोये , पुरनम हैं !!
तेरी खामोश निगाहों को क्या कहिये , मेरे आंगन की ये रौनक तेरी बख्शीश है सब !
मेरी खुल के ये हंसने की जो आदत है , है तेरी बख्शी हुई दौलत के खजाने का सबब !!
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