जिंदगी आसां तो नहीं , और इतनी मुश्किल भी नहीं !
सुकून से , हिम्मत से , बनालो इसे अपनी !!
तेरी हिम्मत की दाद देता हूँ , चढ़ते हिमाला हो , रुख है समुंदर का !!
ख्वाहिशें ज़रा कम रखना , जिंदगी इक बुलबुला है !
मरता समंदर है , मरता सूरज भी !
जिंदगी सब की है , और सबकी जिंदगी है !!
ठहरा ठहरा दर्द का समंदर है , चाँद निकलेगा , ज्वार आयेगा !
फिर सुबह होगी उतरेगा खुमार , कौन कहता है , दर्द ठहर जायेगा !!
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