Saturday, 23 March 2013

युद्ध से  भागते   हो क्यों?
प्रश्न ये  पूछता है ,
असमर्थ अपने  आप  से , बार  बार ,
बन  अर्जुन गिड़गिड़ाता है ,
भाग  जाना  चाहता  है ,
नए  नए  बहाने गढ़ता  है ,  पलायन के ,
और  हर  बार  आत्म कृष्ण बन ,
उसे  धरती  से  उठाता  है ,
स्थिति  से  उबरने  के  लिए ,
उसे समस्त  शक्ति बटोरने के  लिए ,
समझाता है , गीता  रचता  है ,
युद्ध  को  प्रेरित  करता  है ,
महाभारत  करवाता  है ,
उस  कमजोर क्षण  के  निकलते  ही  ,
हम फिर  गीतोपदेश भूल जाते  है ,
स्वयं  को  विजेता  महसूस  करते  हैं ,
फिर एक  बार कमजोर  महसूस करने  के  लिए ,
बार  बार   महाभारत में उतरने  के  लिए ,
सृष्टि  के  अंत  तक !!

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