क्यों न सजें मेरे शाम ओ सहर , महफ़िलों के अंदाज़ में ,
अय खुदा , मुझको बता , मेरी इन दुआओं का क्या हुआ ?
कोई न रहे अरे तंगहाल , किसी दिल में न हो कोई मलाल ,
कोई बतायेगा मुझको क्या ? मेरी इन दुआओं का क्या हुआ ?
कोई गुनाह न दुनियां में हो , कोई सज़ा का न सवाल हो ,
कोई सुनाएगा मेहरबान ? मेरी इन दुआओं का क्या हुआ ?
हर शै दुनिया में हो खुशनसीब , खुद को न माने कोई बदनसीब ,
मेरे खुदा मुझे सच बता , मेरी इन दुआओं में क्या असर न था ?
अय मेरे खुदा , मेरी अब भी दुआ , यही रहेगी बारबार ,
कोई गुनाह अगर हुआ कभी , उन्हें भूल जा , हमें बख्श दे ,
क्यों न सजें मेरे शाम ओ सहर , महफ़िलों के अंदाज़ में ,
अय खुदा , जय को बता , मेरी इन दुआओं का क्या हुआ ?
अय खुदा , मुझको बता , मेरी इन दुआओं का क्या हुआ ?
कोई न रहे अरे तंगहाल , किसी दिल में न हो कोई मलाल ,
कोई बतायेगा मुझको क्या ? मेरी इन दुआओं का क्या हुआ ?
कोई गुनाह न दुनियां में हो , कोई सज़ा का न सवाल हो ,
कोई सुनाएगा मेहरबान ? मेरी इन दुआओं का क्या हुआ ?
हर शै दुनिया में हो खुशनसीब , खुद को न माने कोई बदनसीब ,
मेरे खुदा मुझे सच बता , मेरी इन दुआओं में क्या असर न था ?
अय मेरे खुदा , मेरी अब भी दुआ , यही रहेगी बारबार ,
कोई गुनाह अगर हुआ कभी , उन्हें भूल जा , हमें बख्श दे ,
क्यों न सजें मेरे शाम ओ सहर , महफ़िलों के अंदाज़ में ,
अय खुदा , जय को बता , मेरी इन दुआओं का क्या हुआ ?
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