हर ईंट से पूछा बुनियादी सवाल , इमारत बनने में किसका कमाल ?
पैसा मालिक का या इमारती सामान ? या इंसानी हाथों का है ये जमाल ?
या सोच है आर्किटेक्ट की , या इंजीनियरिंग का करिश्मा है , बेमिसाल ?
ईंट ये बोली , हासिल सब कुदरत से , और कुदरत भी मालिक की ,
जरूरत न होती , कुछ महसूस न होता , धन तेरा मालिक , कमी रक्खी फिलहाल !!
पैसा मालिक का या इमारती सामान ? या इंसानी हाथों का है ये जमाल ?
या सोच है आर्किटेक्ट की , या इंजीनियरिंग का करिश्मा है , बेमिसाल ?
ईंट ये बोली , हासिल सब कुदरत से , और कुदरत भी मालिक की ,
जरूरत न होती , कुछ महसूस न होता , धन तेरा मालिक , कमी रक्खी फिलहाल !!
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