धुंध से निकल आगे , निकल जाओगे तुम ,
बस कुछ कदम और , चलो सूरज की ओर ,
है हर कदम पीड़ा , कुछ डगर नहीं आसान ,
पर धरो कुछ धीर , बढ़ो सूरज की ओर ,
हवा बहुत बार बदले , कभी दे साथ , रस्ता कभी रोके ,
तुम खोलो पाल , बनों खुद की ढाल , देखो सूरज की ओर ,
असफलता डसेगी , दुनियां फब्ती कसेगी ,
कसम तुमको मेरी , न रुकना जरा भी , जाना सूरज की ओर !!
बस कुछ कदम और , चलो सूरज की ओर ,
है हर कदम पीड़ा , कुछ डगर नहीं आसान ,
पर धरो कुछ धीर , बढ़ो सूरज की ओर ,
हवा बहुत बार बदले , कभी दे साथ , रस्ता कभी रोके ,
तुम खोलो पाल , बनों खुद की ढाल , देखो सूरज की ओर ,
असफलता डसेगी , दुनियां फब्ती कसेगी ,
कसम तुमको मेरी , न रुकना जरा भी , जाना सूरज की ओर !!
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