निभा लेना इक रीत फिर ,
फिर तिरंगा फहरा लेना ,
वर्ष में आज के दिन ,
देशभक्ति के गीत सुन लेना ,
बाँट देना फिर कुछ पदक ,
कुछ सच्चे , कुछ झूठे ,
देशभक्तों में , नाम लिखा लेना ,
पर दिल में जो जज़्बा है ,
दिखता है , बस नाम को ,क्योंकि ,
राष्ट्र गीत , तरसता है , सम्मान को ,
चुभता हो अपमान तो , और ,
कभी मिले फुर्सत , तुम , खड़े हो लेना !!
फिर तिरंगा फहरा लेना ,
वर्ष में आज के दिन ,
देशभक्ति के गीत सुन लेना ,
बाँट देना फिर कुछ पदक ,
कुछ सच्चे , कुछ झूठे ,
देशभक्तों में , नाम लिखा लेना ,
पर दिल में जो जज़्बा है ,
दिखता है , बस नाम को ,क्योंकि ,
राष्ट्र गीत , तरसता है , सम्मान को ,
चुभता हो अपमान तो , और ,
कभी मिले फुर्सत , तुम , खड़े हो लेना !!
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