समझते ही नहीं सैय्याद , तड़पना क्या है ,
मौत के गलियारों से गुज़रना क्या है ,
वो तो बस जानता है , लुत्फ़ है शिकार ,
नहीं जानता कि वो भी है इक शौक का शिकार !!
मौत के गलियारों से गुज़रना क्या है ,
वो तो बस जानता है , लुत्फ़ है शिकार ,
नहीं जानता कि वो भी है इक शौक का शिकार !!
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