तुमने याद किया तो यारो , याद मुझे भी हो आया ,
इस दिन राम ने कुछ करने को , भेजा था मुझको भाया ,
उपलब्धि ? याद नहीं , नित नियम भी पूरा न हो पाया ,
पर हिम्मत भाईयो तुम सब की , हारे तुम , अब भी नहीं ,
हर वर्ष जन्म दिन अवसर पर , भूले को राम सिमराया !!
इस दिन राम ने कुछ करने को , भेजा था मुझको भाया ,
उपलब्धि ? याद नहीं , नित नियम भी पूरा न हो पाया ,
पर हिम्मत भाईयो तुम सब की , हारे तुम , अब भी नहीं ,
हर वर्ष जन्म दिन अवसर पर , भूले को राम सिमराया !!
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