जय पलासणियां
Friday, 19 July 2013
महफिलों में तेरी , मेरा शुमार कहाँ ? बंदिश हो बंदगी पर , ऐसा भी कहाँ ?
हर रोज़ मंदिर मस्जिद , रास्ते में आते , मगर ख्याल आये तेरा , ऐसा , है कहाँ ?
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